Wednesday 18 July 2018

बारिश भी पक गई है

बारिश भी पक गई है,
आते आते थक गई है .
'एक्चुअली'... ज़मीं के पास
उसको रिझाने की हरियाली बची नहीं है.
आई...
सब पानी-पानी कर दिया,
एक बार.
कपड़े पहने,
और करवट बदल के सो गई .  

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