Thursday 14 April 2016

सबक

सबक
“ ओशीन !! ये कचरा यहाँ क्यों फेंका हुआ है?” मैंने कड़कते हुए लहज़े में अपनी बच्ची को फटकारा था.  
“ कभी कोई काम ठीक से नहीं करते हो. डस्ट-बिन का इस्तेमाल करना कब सीखोगे ? क्रीम लगाकर रुई बेड के नीचे फेंक दी ! क्या हमने अब तक यही सिखाया है आपको ? आपको क्रीम लगाना याद रहता है पढाई करना  कभी याद नहीं रहता”.
“पापा वो... पापा, कल आप सो रहे थे तो आपके पैर देखे, फट गए थे.... मैंने धीरे से क्रीम लगा दी कहीं आप जाग न जाओ” .

मैं अब तक सोच में हूँ – क्या मुझे सारे सबक ठीक से याद हैं ?    

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