"ये ट्रक आगे नहीं जायेगा ! किसका है ? ई-वे बिल दिखाइए ?"
"जी ? मेरा है ! ई-वे बिल तो नहीं है !"
"नहीं है ? आप जानते हैं ई-वे बिल के बिना ट्रक की आवाजाही मुमकिन नहीं है ! क्या सामान है ?"
"जनाब !....... हुज़ूर.. कुछ ख़याल हैं मेरे ...... "एक्सपोर्ट" के लिए ले जा रहा हूँ ...कागज़ पर "
"आई जी एस टी भरा है इन पर ......या वो भी नहीं है ?"
.......................
.......................
.......................
.......................
"उठिए, दफ्तर नहीं जाना क्या ?"
"और हाँ, जाने से पहले प्लम्बर को फ़ोन कर देना, बाहर का नल लीक हो रहा है !"
"और पौधों को पानी भी दे देना, पुदीना सूख रहा है !"
........
- आँखें मलते हुए मैं उठा ...... सरसरी नज़र से अखबार देखा !
-कल रात सड़क पर कुछ खयालों ने दम तोड़ दिया ! "पेरिशेबल गुड्स" थे !
सोचता हूँ कुछ ले दे के माल छुड़ा लिया होता !
"जी ? मेरा है ! ई-वे बिल तो नहीं है !"
"नहीं है ? आप जानते हैं ई-वे बिल के बिना ट्रक की आवाजाही मुमकिन नहीं है ! क्या सामान है ?"
"जनाब !....... हुज़ूर.. कुछ ख़याल हैं मेरे ...... "एक्सपोर्ट" के लिए ले जा रहा हूँ ...कागज़ पर "
"आई जी एस टी भरा है इन पर ......या वो भी नहीं है ?"
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"उठिए, दफ्तर नहीं जाना क्या ?"
"और हाँ, जाने से पहले प्लम्बर को फ़ोन कर देना, बाहर का नल लीक हो रहा है !"
"और पौधों को पानी भी दे देना, पुदीना सूख रहा है !"
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- आँखें मलते हुए मैं उठा ...... सरसरी नज़र से अखबार देखा !
-कल रात सड़क पर कुछ खयालों ने दम तोड़ दिया ! "पेरिशेबल गुड्स" थे !
सोचता हूँ कुछ ले दे के माल छुड़ा लिया होता !
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