रंग इतने चटख हैं आज-कल,
कि बीनाई खतरे में है आज-कल
जो, मैं नहीं हूँ, तो फ़िर क्यों
वोही बनाने पे तुली है दुनिया आज-कल
कब तक यस-सर यस-सर करें
पैर का अंगूठा बहुत याद आ रहा है आज-कल
कहते हैं दुनिया हसीन ख्व़ाब है दीवाने का
मेरी क्यों 'नाईटमेयर' हुई जाती है आज-कल
'ह्यूमन बोम्ब' नज़र आते हैं सब
जिसे देखो फटने को तैयार है आज-कल
सोने के बाद और नींद आने से पहले
ज़िन्दगी कितनी बदल गई है आज-कल
बहलाते- बहलाते यहाँ तक आया था
बहलाया जाने लगा हूँ आज-कल
'सर्वाइवल ऑफ़ दी फिट्टेस्ट' कुछ ज्यादा ही हो गया है
ज़िन्दगी की गाडी 'रिज़र्व' में आ गई है आज-कल
'मीटर और नो मीटर' 'आई गिव अ डैम'
ऐसा -सा कुछ हाल है आज-कल
कि बीनाई खतरे में है आज-कल
जो, मैं नहीं हूँ, तो फ़िर क्यों
वोही बनाने पे तुली है दुनिया आज-कल
कब तक यस-सर यस-सर करें
पैर का अंगूठा बहुत याद आ रहा है आज-कल
कहते हैं दुनिया हसीन ख्व़ाब है दीवाने का
मेरी क्यों 'नाईटमेयर' हुई जाती है आज-कल
'ह्यूमन बोम्ब' नज़र आते हैं सब
जिसे देखो फटने को तैयार है आज-कल
सोने के बाद और नींद आने से पहले
ज़िन्दगी कितनी बदल गई है आज-कल
बहलाते- बहलाते यहाँ तक आया था
बहलाया जाने लगा हूँ आज-कल
'सर्वाइवल ऑफ़ दी फिट्टेस्ट' कुछ ज्यादा ही हो गया है
ज़िन्दगी की गाडी 'रिज़र्व' में आ गई है आज-कल
'मीटर और नो मीटर' 'आई गिव अ डैम'
ऐसा -सा कुछ हाल है आज-कल
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