कैसा अजब ये रस्ता है
मिल जाए तो सस्ता है
चलने वाले को तरस्ता है
सुनते हैं हर जगह वो बसता है
खुद को खोना पड़ता है
खो जाओ तो मिलता है
इंसान क्यों फिर दुनिया में फँसता है
जो चलता है वो हँसता है
रुकते ही शिकंजा कसता है
जन्नत का सज़ायाफ़्ता है
ख़ुदाओं से वाबस्ता है
मिल जाए तो सस्ता है
चलने वाले को तरस्ता है
सुनते हैं हर जगह वो बसता है
खुद को खोना पड़ता है
खो जाओ तो मिलता है
इंसान क्यों फिर दुनिया में फँसता है
जो चलता है वो हँसता है
रुकते ही शिकंजा कसता है
जन्नत का सज़ायाफ़्ता है
ख़ुदाओं से वाबस्ता है
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